हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, अलीगढ़/ शहरे इल्म, अलीगढ़ में ख़ादिम्ज़ ज़रीया टू एजूकेशन को अभी कुछ ही साल हुए है कि यूपी बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन हाई स्कूल की परीक्षाओं के उत्कृष्ट परिणामों पर बहस चल रही है। असगर मेंहदी उर्फ आरजू साहब से बनी खादिम के शिक्षा स्त्रोत के प्रतिनिधि ने संपर्क किया और उन्हें बधाई देते हुए कहा कि आखिर उन्होंने कोई स्कूल या किसी तरह का संस्थान स्थापित नहीं किया बल्कि मुजफ्फरनगर के अन्य कस्बों, तहसीलों और गांवों से छात्रों को लाकर उन्हें अपनी देखरेख में रखा और उनके भोजन और उनकी सभी जरूरतों की व्यवस्था की, उन्हें परीक्षा की तैयारी कराई, इसका उद्देश्य क्या है?
आरजू साहिब ने कहा कि अलीगढ़ में घर से दूर पढ़ाने का मुख्य उद्देश्य उन बच्चों में शैक्षिक जागरूकता, ज्ञान के महत्व, उत्कृष्टता और महानता को प्रोत्साहित करना है जिनमें शैक्षणिक क्षमता और शैक्षिक प्रशिक्षण की कमी है। एक और ध्यान देने योग्य बात यह है कि प्रतिभाशाली छात्रों को दुनिया भर से छात्रवृत्ति मिलने की संभावना है, जबकि कम प्रतिभाशाली छात्रों को नहीं मिल रहा है, जिसके परिणामस्वरूप अधिकांश वंचित और आर्थिक रूप से कमजोर बच्चे शिक्षा को अलविदा कह रहे हैं। उन्होंने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अल्लाह का शुक्र है कि अच्छे नतीजे आने शुरू हो गए हैं और मुझे पूरी उम्मीद है कि अल्लाह इस नेक काम में मदद करेगा।
गौरतलब हो कि खादिमों से शिक्षा में पहला स्थान पाने वाले छात्र का नाम मोहम्मद इमरान है जिसे 8705%, दूसरे स्थान पर 87% हुज्जत मेहदी और तीसरा स्थान मोहम्मद सईम को मिला है। उन्हें 86083% अंक मिले हैं। हुवाल अली, इल्या अब्बास, फरहान जैदी, फैज, जैन अल हुसैन, अमन अंसारी, अली अब्बास, साबत अकबर और मोहम्मद अजीम भी विशिष्ट अंकों के साथ सफल हुए।
देश के शुभचिंतकों की ओर से असगर मेंहदी को उनकी मेहनत और सराहनीय कार्य के लिए सम्मानित किया जा रहा है. प्रार्थना की जा रही है कि सभी सफल छात्रों का भविष्य उज्ज्वल हो, मेहनत और उत्साह बनाए रखें और उनके उत्थान से समाज और देश के रचनात्मक कार्यों में अपना योगदान दें।